राष्‍ट्रीय

Land Dispute: रिटायर्ड अधिकारी के बेटे ने सार्वजनिक रूप से चलाई गोलियां

Land Dispute: ओडिशा के झारसुगुड़ा शहर के बॉम्बे चौक क्षेत्र में रिटायर्ड अधिकारी और महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड के पूर्व जनरल मैनेजर के बेटे द्वारा सार्वजनिक रूप से फायरिंग करने की घटना से सनसनी फैल गई। यह मामला भूमि विवाद से जुड़ा है, जिसमें आरोपी ने जबरदस्ती सड़क पर कब्जा कर रखा था।

घटना का विवरण

इस घटना के अनुसार, आरोपी रामजी सिंह के बेटे ने सड़क पर कब्जा कर लिया था। जब इस सड़क से सटे भूमि के मालिक विकास अग्रवाल ने अपने मजदूरों को सड़क को साफ कराने के लिए भेजा, तो रामजी सिंह के बेटे ने इसका विरोध किया। पहले उसने हवा में गोली चलाई और जब मजदूरों ने पुलिस में शिकायत करने की धमकी दी, तो उसने दूसरी गोली मजदूरों की ओर चलाई। इस घटना में किसी को चोट नहीं पहुंची।

मजदूरों ने दी जानकारी

मजदूरों ने इस घटना पर बयान देते हुए कहा, “हम अपने मालिक की जमीन से जुड़ी सड़क को साफ करने आए थे। पहली बार आने पर रामजी सिंह के परिवार ने हमें धमकाकर भगा दिया। जब हमने विकास जी को इसकी शिकायत की और फिर से सफाई के लिए आए, तो रामजी सिंह के परिवार ने हमें गालियां दी और धमकी दी। जब हमने पुलिस में शिकायत करने की बात कही, तो रामजी सिंह के बेटे ने पहले हवा में और फिर हमारी ओर गोली चलाई। शुक्र है कि गोली हमें नहीं लगी और हम सुरक्षित रहे। लेकिन ऐसे व्यक्ति पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।”

54 साल बाद देश में मॉक ड्रिल! क्या पाकिस्तान से जंग के लिए तैयार हो रहा भारत? मोदी सरकार का बड़ा कदम पाकिस्तान को चेतावनी?
54 साल बाद देश में मॉक ड्रिल! क्या पाकिस्तान से जंग के लिए तैयार हो रहा भारत? मोदी सरकार का बड़ा कदम पाकिस्तान को चेतावनी?

Land Dispute: रिटायर्ड अधिकारी के बेटे ने सार्वजनिक रूप से चलाई गोलियां

भूमि मालिक का बयान

विकास अग्रवाल ने बताया, “मैं पांच साल बाद उस सड़क पर गया और पाया कि वहां अतिक्रमण हो चुका है। जब मैंने जेसीबी के साथ मजदूरों को भेजा, तो रामजी सिंह के परिवार ने उन्हें धमकाया और बंदूक से डराया। अंततः रामजी सिंह के बेटे ने गोली भी चलाई। यह स्पष्ट है कि रामजी सिंह के परिवार ने सड़क पर कब्जा किया है और हम इस मामले में पुलिस से कार्रवाई की उम्मीद करते हैं।”

पुलिस ने पिता-पुत्र को गिरफ्तार किया

मजदूरों ने इस घटना का वीडियो कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया, जिसमें आरोपी युवक को बंदूक के साथ देखा जा सकता है। यह बंदूक रामजी सिंह के नाम पर है, जिसे उन्हें 1985 में हजारीबाग से लाइसेंस दिया गया था। रामजी सिंह महानदी कोलफील्ड्स लिमिटेड से जनरल मैनेजर के पद से रिटायर हो चुके हैं।

Pahalgam Attack हमले के खिलाफ स्टटगार्ट में निकला भारतीयों का शक्तिशाली मार्च! भारत माता की जय के नारे
Pahalgam Attack हमले के खिलाफ स्टटगार्ट में निकला भारतीयों का शक्तिशाली मार्च! भारत माता की जय के नारे

घटना के बाद पुलिस ने आरोपी युवक और उसके पिता रामजी सिंह को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

भूमि विवाद और कानून व्यवस्था पर सवाल

यह घटना न केवल भूमि विवाद की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा कानून का दुरुपयोग कैसे किया जाता है। पुलिस की ओर से इस मामले में जल्द और सख्त कार्रवाई करना आवश्यक है ताकि कानून व्यवस्था बहाल रहे और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

Back to top button